मानव क्षमता
बरगद अमृत संगठन का उद्देश्य लोगों और समाज को सशक्त बनाना है, और मानव क्षमता को बढ़ाकर विकसित भारत के संकल्प को पूर्ण करना इसका लक्ष्य है। हमारा मानना है कि हर व्यक्ति में विशेष कौशल और अप्रतिम ऊर्जा है, जिसे यदि विकसित किया जाए, तो यह न केवल उसकी व्यक्तिगत प्रगति में सहायक हो सकता है बल्कि पुरे समाज के कल्याण में भी योगदान कर सकता है। तीन “अर्थ”—EARTH (प्रकृतिक अर्थ), सांस्कृतिक अर्थ (संस्कृति संरक्षण), और भौतिक अर्थ (आर्थिक स्वावलंबन) के माध्यम से इन क्षमताओं को जगाने के लिए पर्यावरण की रक्षा, सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देने, और भविष्य में देवरिया-कुशीनगर के 1050 गांवों में आर्थिक स्वावलंबन की नींव रखने को प्राथमिकता देंगे।
विशेष प्रशिक्षण, मार्गदर्शन, और नेतृत्व के अवसर प्रदान करके और लोगों की छिपी हुई हनुमत शक्ति जगाकर ऐसे नागरिक बनने में मदद करने के लिए संकल्पित हैं, जो न केवल अपने जीवन को बेहतर बनाते हैं बल्कि अपने समाज के अन्य लोगों के जीवन में ऊर्जा का संचार करते हैं, साथ ही उनके जीवन में अर्थ का प्रवाह करते हैं। मानव क्षमता को बढ़ाने का यह संकल्प नेतृत्व, आत्म-विश्वास, दीर्घकालिक और स्थायी विकास को बढ़ावा देती है। यही मानव क्षमता हमारे विकसित देवरिया-कुशीनगर के संकल्पों को पूरा करेगी।
देवरिया-कुशीनगर